हाल जानना चाहते हैं

खुद के हाव-भाव चुप है, मेरा गान जानना चाहते हैं...
कुछ नियम बना दिए है, उनकी अवमानना चाहते हैं...
लोग कितनी फिक्र करते हैं, एक दूसरे की है ना..
खुद इश्क़ के थपेड़ों के मरीज है, और हमारे हाल जानना चाहते हैं...

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