हर हर महादेव

कैलाश पर्वत में वास जिनका,
महादेव है नाम जिनका..
महिमा बड़ी निराली है,
लय-प्रलय दोनों की कहानी है ।

त्रिशूल, डमरू तथा नाग के धारक,
रुद्र रूप तथा देव संहारक...
शक्ति जिनकी पार्वंती है,
नीलकंठ की होती आरती है ।

भोलेनाथ है नाम जिनका,
भस्म वाला श्मशान जिनका..

साधु सिद्धि के ये हैं ज्ञाता,
जिनके बिना श्री गणेश न आता..
कार्तिकेय, गणेश के जनक कहलाये,
बिल्वपत्र तथा धतूरे के पुष्प चढ़ाए ।

मां गंगा है जटा में शोभित,
नंदी है वाहन, अशोक सुंदरी अलौकिक..
प्रसाद में भांग, पूजन में पंचामृत आये,
मंत्र है जिनका,
ॐ नमः शिवाय ,
ॐ नमः शिवाय ।।
।।।।हर हर महादेव।।।

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