व्यस्त कर ले खुद को
ये बिखरे अहसास पल दो पल, गिरफ्त में कर ले इनको...
बहुत आजाद थे तो बिगड़ गए, अब थोड़ा दुरुस्त कर ले इनको..
वो थोड़ा समय निकाल नही सकते, फिर भी वही ख्वाहिश है...
मिलना-मिलाने के ताने-बाने में, अब थोड़ा व्यस्त कर ले खुद को...
ये बिखरे अहसास पल दो पल, गिरफ्त में कर ले इनको...
बहुत आजाद थे तो बिगड़ गए, अब थोड़ा दुरुस्त कर ले इनको..
वो थोड़ा समय निकाल नही सकते, फिर भी वही ख्वाहिश है...
मिलना-मिलाने के ताने-बाने में, अब थोड़ा व्यस्त कर ले खुद को...
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