दिखावा ज्यादा होता है
वजीर से भी ज्यादा मोल का ,जब प्यादा होता है..
सच भी बेचारा अकेला होकर, जब आधा होता है..
लोग छिपाये जाते है, दिल में हर एक सच को..
सच किसी को बताते नही आखिर, दिखावा ज्यादा होता है....
✍🏻 Kavish
वजीर से भी ज्यादा मोल का ,जब प्यादा होता है..
सच भी बेचारा अकेला होकर, जब आधा होता है..
लोग छिपाये जाते है, दिल में हर एक सच को..
सच किसी को बताते नही आखिर, दिखावा ज्यादा होता है....
✍🏻 Kavish
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