मत करो
पेट में जहर उबलता है, मुंह पर राम-राम तो मत करो..
बड़ी मुश्किलों से सहेजी इज्जत को, यूं सरेआम तार-तार तो मत करो...
एक बार मन में ही, खुद को रखो उस जगह पर ही...
सम्मान नही कर सकते, तो कम से कम अपमान तो मत करो...
✍ Kavish
महिला उत्पीड़न मामलो पर)
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