बुखार तो नही
आजकल बात तुमसे होती नही, कहीं दिल में कोई गुबार तो नही...
बेरुखी उतर आयी है दामन में, कहीं कोई खुमार तो नही...
क्या बात है आखिर, दिखते भी नही हो अब तो..
हम आये क्या तुम्हारे पास, कहीं चांद को बुखार तो नही
✍ Kavish
आजकल बात तुमसे होती नही, कहीं दिल में कोई गुबार तो नही...
बेरुखी उतर आयी है दामन में, कहीं कोई खुमार तो नही...
क्या बात है आखिर, दिखते भी नही हो अब तो..
हम आये क्या तुम्हारे पास, कहीं चांद को बुखार तो नही
✍ Kavish
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