Nevedh

आप भी लिखते हो, मैं भी लिखता हूं,
आम मेरे हमदम हो...
फिजिक्स केमिस्ट्री से नाता है, पर थोड़ा समझ में कम आता है..
UPSC पार करके कुछ बन जाने का जो प्यार है..
एक साधारण घर का लाल एक साधारण कलाकार है..
हौसलों से चमकता नूर आंखों में बलवान है..
किरदार ऐसा है जो देश के लिए निष्ठावान है..
किसी की खुशी में अपनी खुशी तलाश ली है आपने..
साहब गजब आशिक हो प्यार के लिए आज भी प्यार है..

Comments

Popular posts from this blog

कविता है वो

पहली कविता

याद सताती है