Collab_15_anji_&_aatish
आज फिर तेरी आशिकी में खोने को,जी चाहता है..
फिर वही झूठी मोहब्बत में खोने को,जी चाहता है..
तन्हाई की अमीरी रास नहीं आती है हमें..
तेरी साथ के खातिर ये दिल,फकीरी चाहता है..
✍Dr.Anju
गर्द-ए-रह ही सही साथ,चलने को जी चाहता है..
तेरी आशिकी की आतिश में ही,जलने को जी चाहता है..
दिल खो गया है कहीं, तेरे साथ घर जाना चाहता है..
उल्फ़त का तकाजा लेकर, जुल्फों से झर जाना चाहता है..
गुनाह बहुत कर लिए तुमने, अब इश्क़ से ही ये हरजाना चाहता है..
या तो बसर हो जाए जिंदगी, या संग तुम्हारे मर जाना चाहता है..
✍Aatish
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