Collab

Collab_Aatish_&_Anuja
हमारे दिल में हमेशा, तुम्हारा स्वागत है..
तुम्हारे लिए तो मुझे, हमेशा फराग़त़ है..
तू मुशफ़िक़ है, सब कुछ मौक़ूफ़ तुम पर..
बिखरी इश्क़ की ओस, मौजूद तुम पर..
उन्स है बहुत गहरा, मेरा तुम से..
चमन है दिल का सहरा, मेरा तुम से..
तुम निकलो कभी, तुम्हे टोक दूं मैं..
पर भर के लिए ही, तुम्हे रोक लूं मैं..
मधुर तुम्हारे लफ्जों से, खिला हुआ गुलजार है..
खामोशी में हो या हो छनाका, फिर भी तुमसे प्यार है..
✍Aatish Kumar

चलो आज प्यार जताते हैं..
दिल में बसे जज्बातों को बाहर लाते हैं..
मैं फूल बनकर महकती हूं,
तुम भंवरा कहीं बन जाओ..
अगर हाथ पकड़ साथ चले,
तुम मंजिल कहलाओ..
आयना कभी बन जाऊं तो संभाल लेना तुम..
सहर और सांझ की जोड़ी बनाओ,
अश्क कहीं निकले मेरे तो उन्हें सहलाओ..
डूबने लगूं कहीं तो तुम तिनका बन जाओ..
मैं और तुम से हम बन जाओ,
कुछ मैं बोलूं कुछ तुम सुनाओ..
✍ Anuja mewara

Comments

Popular posts from this blog

कविता है वो

पहली कविता

याद सताती है