Ahmed and Aatish
मायने मोहब्बत के कोई समझाये मुझको।
ये कौनसी दुनिया है कोई दिखलाए मुझको।।
दर्द बहुत होता है इस राह मे सुना है मैंने।
ख़ुशी किस कदर होती है कोई बतलाए मुझको।।
✍Ahmed @poet_next_door
कोई प्यार भरी चार बातें खुशी से सुनाए मुझको,
प्यार से वो कभी आकर गले लगाए मुझको..
मैं कुछ गलत बनूं तो वो झुझंलाए मुझको,
बड़ी ही नरमी से अपना कभी बनाए मुझको...
✍ Aatish
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