Ishq kiya hai kabhi
क्या तुमने इश्क़ किया है कभी..
हर लम्हा खुशनुमा जिया है कभी..
एक प्यारा सा अहसास,किसी के संग आया हो..
पहली नजर में कोई पसंद आया हो..
कोशिशे हजार की हो बात करने की..
कोशिशे हजार की हो मुलाकात करने की..
मुद्दतों के बाद शुरू बात हुई हो..
मुद्दतों के बाद फिर मुलाकात हुई हो..
अहसासो के स्नेहिल सिलसिले चले हो..
फिर काफी वक्त के बाद दिल मिले हो..
अपना सब कुछ साझा किया है कभी..
क्या तुमने इश्क़ किया है कभी..
शुरू फिर माधुर्य तराना हुआ हो..
अंदाज फिर शायराना हुआ हो..
नजरे चुराई हो किसी से कभी..
नजरें मिलायी हो किसी से कभी..
छिप-छिप कर किसी का दीदार किया हो..
इजहार-ए-दस्तूर के लिए खुद को तैयार किया हो..
पहला खत लिखना समझ न आया हो..
कोई प्रेम गीत दिल से गाया हो..
हर लम्हे ने दिल में घर किया हो..
एक खूबसूरत रास्ते पर सफर किया हो..
इश्क़ में डूबकर मशगूल हुए हो..
प्यार के नजराने कबूल हुए हो..
हर लफ्ज़ प्यार की गजल हुआ हो..
काफी वक्त के बाद इश्क़ मुकम्मल हुआ हो..
हर लम्हा खुशनुमा जिया है कभी..
क्या तुमने इश्क़ किया है कभी..
Kavish Kumar
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